11 मई को National Technology Day क्यों मनाया जाता है ? जाने इसकी पूरी कहानी ||

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National Technology Day:

हेलो दोस्तों, मैं विनय कुमार ये पोस्ट नई दिल्ली से लिख रहा हूँ | आज इस पोस्ट में आपको “11 मई को National Technology Day क्यों मनाया जाता है” इसके बारे पूरी जानकारी देने का प्रयास करूँगा |

तो दोस्तों, जैसा कि हम सब जानते हैं कि टेक्नोलॉजी का किसी भी देश के विकास में कितना महत्वपूर्ण योगदान होता हैं | साइंस और टेक्नोलॉजी एक ऐसा माध्यम हैं जिससे कोई भी देश अपनी आर्थिक, सामाजिक, और राजनीतिक स्थिति को सुधार सकता है। इससे लोगो को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिलाने में सहायता मिलती हैं तथा जीवनशैली में सुधार होता हैं | इसलिए टेक्नोलॉजी देश कि विकास की गति को तेजी से बढाती हैं और इसे मजबूती प्रदान करती हैं ||

National Technology Day: भारत में 11 मई को National Technology Day (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) क्यों मनाया जाता है ?

11 मई के दिन ही हमारे देश के दिवंगत राष्ट्रपति और एयरोस्पेस इंजीनियर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जरिये एक ऑपरेशन का संचालन किया गया था, जिसमे भारतीय सेना ने राजस्थान के बाड़मेर जिले के पोखरण में परमाणु मिसाइल का परिक्षण किया था और उन्होंने इसमें कामयाबी पायी थी | इसी दिन से भारत में 11 मई को National Technology Day (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) मनाया जाता है|
यह एक पहला सफल परमाणु परीक्षण हमारे देश के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की उपलब्धियों को बढ़ावा दिया |

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National Technology Day (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) का इतिहास

11 मई 1998 में राजस्थान के बाड़मेर जिले के पोखरण में पाए सफल परमाणु परीक्षण के याद में पुरे भारत देश में 11 मई को National Technology Day (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) मनाया जाता हैं | इस परीक्षण में हमारे देश के पूर्व राष्टपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जिन्हे ‘मिसाइल मैन’ की उपाधि दी गयी हैं इस पोखरण परमाणु परीक्षण में बहुत ही अहम् भूमिका निभाई थी | आज 11 मई National Technology Day (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के शुभ अवसर पर इसके इतिहास के बारे में जानते हैं –

पाए गए जानकारी के अनुसार, काउंसिल फॉर टेक्नोलॉजी डेवलोपमेंट ने पहली बार “National Technology Day (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस)” को 11 मई 1999 को मनाया था। उस समय देश का प्रधानमंत्री के पद पर अटल बिहारी बाजपेयी थे। इसी दिन देश की आर्मी विंग ने 1998 में इसका परीक्षण करके सफलता पाई थी। इसी दिन की वजह से, विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों से जुड़े लोगों की उपलब्धियों का दिन माना जाता है।

1998 में भारतीय सेना ने पोखरण परीक्षण रेंज में एक साथ पांच विस्फोट किए थे। यह भारत का दूसरा बड़ा न्यूक्लियर परीक्षण था, 1974 के पहले न्यूक्लियर परीक्षण ‘स्माइलिंग बुद्धा’ के बाद जिसका कोड नेम ‘ओपरेशन शक्ति’ था।

इस परीक्षण को भारत के पूर्व राष्टपति मिसाइल मैन ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम’ ने पोखरण न्यूक्लियर टेस्ट की नेतृतव की थी।भारत 1998 में टेक्नोलॉजी में पाई इस बड़ी सफलता को हर साल ‘National Technology Day’ के रूप में मनाता हैं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने इस दिन को मनाने का फैसला किया था।

भारत में ‘National Technology Day’ साइंस और टेक्नोलॉजी क्षेत्र में हुई उपलब्धियों और प्रगति को याद दिलाता है। यह दिन वैज्ञानिकों, इंजिनीयरों और अन्य लोगों को प्रेरित करता है जो देश की वृद्धि में योगदान देते हैं। यह दिन युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी में करियर बनाने के लिए प्रेरित करता है।

मैं आशा करता हूँ कि इस पोस्ट में आपलोगों को  “National Technology Day”से जुड़े सभी जानकारियां प्राप्त हुई होंगी | रोज ऐसे -ऐसे भारत की खबरे जानने के लिए हमारे  इस  newsvakta.com (website) से जुड़े रहे और हमारे हर पोस्ट को  like, comment और अपने दोस्तों , रिश्तेदारों के साथ  ज्यादा से ज्यादा  जरूर  share करें | धन्यवाद ||

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